मिट्टी, मिसाइल और मोरल: वो 5 पॉवर जिनके दम पर 55 दिन से टिका यूक्रेन
Zee News
डोनबास की लड़ाई में यूक्रेन ने भारी कीमत चुकाई है. लेकिन युद्ध के 55 दिनों तक यूक्रेन का टिके रहना भी बड़ी बात हैं. आइये जानते हैं कि किस ताकत के बल पर यूक्रेन लड़ रहा है.
लंदन: भारी खूनखराबे के दौर में पहुंच चुके यूक्रेन युद्ध में रूस को भारी गतिरोध मिल रहा है और उसकी हार भी हो सकती है. वहीं डोनबास की लड़ाई में यूक्रेन ने भारी कीमत चुकाई है. लेकिन युद्ध के 55 दिनों तक यूक्रेन का टिके रहना भी बड़ी बात हैं. आइये जानते हैं कि किस ताकत के बल पर यूक्रेन लड़ रहा है खासकर डोनबास में.
यूक्रेनी सेना की ताकत -वो पूरे इलाके को जानते हैं -जमीन मुलायम और दलदली सी है, जो दुश्मन के वाहनों के लिए बेहद खराब है -सेना बेखौफ और उत्साह से लड़ रही है -रूसियों का मोराल गिरा हुआ है -सहयोगियों से हथियारों की मदद मिल रही है
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश ‘अकेला भी खड़ा’ रहेगा. नेतन्याहू का यह बयान, बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें कहा गया है कि अमेरिका, इजराइल को दक्षिणी गाजा शहर रफह पर हमले के लिए हथियार मुहैया नहीं करेगा.