मंदी के दौर में भी इस संस्थान के छात्रों को 45 लाख रुपये के वेतन पैकेज की पेशकश
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संस्थान की जानिब से जारी एक आफिशियल प्रेस नोट में बताया गया कि 84 कंपनियां 253 विद्यार्थियों को सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा के पैकेज की पेशकश कर रही हैं.
भुवनेश्वरः राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), राउरकेला के तीन विद्यार्थियों को शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के ‘ऑनलाइन प्लेसमेंट ड्राइव’ में 45 लाख रुपये सालाना वेतन पैकेज की पेशकश की गई है. यह पैकेज अब तक का सबसे ज्यादा है. संस्थान की जानिब से जारी एक आफिशियल प्रेस नोट में बताया गया कि 84 कंपनियां 253 विद्यार्थियों को सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा के पैकेज की पेशकश कर रही हैं और औसत सीटीसी (कॉस्ट टू कंपनी) करीब 9.36 लाख रुपये हैं, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में चार फीसदी ज्यादा है. आईटी और सॉफ्टवेयर में सबसे ज्यादा नौकरियां संस्थान ने बताया कि सबसे ज्यादा नौकरियों की पेशकश (कुल भर्ती का 41 फीसदी) करनेवालों में आईटी और सॉफ्टवेयर क्षेत्र की कंपनियां हैं. इसके बाद इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन वाली कंपनियां, एनालिटिक्स और कंसल्टिंग, बैंकिंग फाइनेंशियल सेवा और बीमा (बीएफएसआई) और शिक्षा क्षेत्र की कंपनियां हैं. वहीं अन्य 211 विद्यार्थियों को माइक्रोसॉफ्ट, बर्कलेज, सिटी बैंक और क्वालकॉम जैसी विश्व की दिग्गज कंपनियों से सबसे ज्यादा एक लाख रुपये प्रति महीने तक के वजीफे पर इंटर्नशिप की पेशकश की गई है.समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पुजारी के रूप में पुलिसकर्मियों की तैनाती का आदेश देने वाले अधिकारी के निलंबन की मांग करते हुए इस कृत्य की निंदा की है. वाराणसी पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर मंदिर में धोती कुर्ता पहने माथे पर त्रिपुंड लगाये पुरुष पुलिसकर्मी और सलवार कमीज में महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
Justice Swarnakanta Sharma Biography: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाला से जुड़े मामले में दिल्ली हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है. दिल्ली हाईकोर्ट ने सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए उसे खारिज कर दिया है और गिरफ्तारी को वैध ठहराया है. केजरीवाल से जुड़े मामले पर फैसला जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा की एकल पीठ की ओर से सुनाया गया है. आइए जानते हैं जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा के बारे में.