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भारत से रातों-रात गायब हो गए 10 लाख ब्रिटिश! इतिहास के पन्नों में छिपा एक बड़ा सवाल
Zee News
Britishers in India during Independence: जब 1947 में भारत आजाद हुआ, तब सिर्फ हमारी गुलामी खत्म नहीं हुई थी, बल्कि करीब दो सौ साल लंबे ब्रिटिश राज का भी अंत हो गया था. इन सालों में लाखों अंग्रेज भारत आए कोई नौकरी के लिए, कोई व्यापार के लिए, तो कोई सेना में तैनाती के लिए. कई तो यहीं बस भी गए. लेकिन सवाल यह है कि आजादी के समय भारत में ब्रिटिश की संख्या कितनी थी और क्या वे भी जनगणना में शामिल होते थे? आइए जानते हैं.
Britishers In India During Independence: ब्रिटिश शासन के दौरान अंग्रेजो की आबादी की गिनती भी की जाती थी. आजादी के समय भारत में कुछ लाख ब्रिटिश नागरिक मौजूद थे, जिनमें अधिकतर सरकारी अफसर, सैनिक, व्यापारी और उनके परिवार शामिल थे. जनगणना में ब्रिटिश नागरिक को अलग श्रेणी में दर्ज किया जाता था. हालांकि आजादी के बाद अधिकतर अंग्रेज वापस अपने देश लौट गए, लेकिन उनके छोड़े गए निशान भारत पर लंबे समय तक देखे जाते रहे हैं.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









