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भारत में बनेंगे MALE ड्रोन! 30 हजार करोड़ की रेस में शामिल देसी-विदेशी दिग्गज, दो कंपनियों को मिलेगा बड़ा ऑर्डर
Zee News
India Male Drone Project: भारतीय सेनाओं को 87 MALE ड्रोन चाहिए होंगे. ये ड्रोन पूरी तरह भारत में डिजाइन किए जाएंगे. डेवलप और मैन्युफैक्चर होने चाहिए. यह IDDM कैटिगरी का प्रोजेक्ट है. इसमें अंतिम उत्पाद का कम से कम 50% हिस्सा स्वदेशी होना जरूरी है.
भारत-अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स से 3.5 अरब डॉलर की डील कर चुकी है. इसमें 31 MQ-9B हथियारबंद ड्रोन खरीदे जाएंगे. वही कंपनी भारत के MALE यानी मीडियम ऑल्टिट्यूड लॉन्ग एंड्यूरेंस ड्रोन प्रोजेक्ट की रेस में भी है. रक्षा अधिग्रहण परिषद ने तय किया था कि भारतीय सेनाओं को 87 MALE ड्रोन चाहिए होंगे. ये ड्रोन पूरी तरह भारत में डिजाइन किए जाएंगे. डेवलप और मैन्युफैक्चर होने चाहिए. यह IDDM कैटिगरी का प्रोजेक्ट है. इसमें अंतिम उत्पाद का कम से कम 50% हिस्सा स्वदेशी होना जरूरी है. : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








