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भारत को मिलने जा रहा घातक जेट, HAL से 62,000 करोड़ का सौदा; साबित होगा गेंम चेंजर
Zee News
Indian Air Force: भारतीय वायुसेना को शुक्रवार को उसका पहला तेजस MK-1A फाइटर जेट मिलने जा रहा है. यह देश के डिफेंस प्रोड्क्शन में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाए गए इस विमान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में नासिक में वायुसेना को सौंपा जाने वाला है.
Tejas Mk1A fighter jet: तेजस MK-1A भारत में बना एक आधुनिक लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) है. बता दें कि इसे पुराने MiG-21 फाइटर जेट्स की जगह लेने के लिए तैयार किया गया है. Mig-21 ने देश की रक्षा में 60 साल से ज्यादा समय तक अहम भूमिका निभाई थी. MiG-21 को 26 सितंबर 2025 को आधिकारिक रूप से रिटायर कर दिया गया था. तेजस MK-1A में एडवांस रडार सिस्टम, एवियोनिक्स, सटीक हथियार क्षमता, और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट लगा हुआ है. इसकी रफ्तार 2,200 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक है, इससे यह हवा में किसी भी खतरे का जवाब तुरंत देने में सक्षम है.

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









