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भारत को अंग्रेजों ने दिया था ये पहला इंजीनियरिंग कॉलेज, बड़े-बड़े ज्ञानी भी सही नाम बताने में खा जाते हैं गच्चा!
Zee News
First engineering college: भारत में आज के समय में हजारों इंजीनियरिंग कॉलेज बन गए हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में इंजीनियरिंग कॉलेज की नींव कहां रखी गई थी. इस रिपोर्ट में भारत के पहले इंजीनियरिंग कॉलेज के बारे में जानते हैं.
First engineering college: आज के समय में अधिकतर स्टूडेंट्स करियर ऑप्शन के लिए इंजीनियरिंग चुनते हैं, हालांकि पहले के समय में इंजीनियरिंग करना इतना आसान नहीं होता था. देश में कुछ गिने-चुने इंजीनियरिंग कॉलेज थे, लेकिन अब आपके पास हजारों ऑप्शन हैं. इसी कड़ी में भारत के पहले इंजीनियरिंग कॉलेज के बारे में जानना बेहद जरूरी और दिलचस्प हो जाता है. ऐसे में हम आपको इस लेख के जरिए बताएंगे कि भारत का पहले इंजीनियरिंग कॉलेज कौनसा है और कब इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना हुई और कैसे इसकी नींव रखी गई.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









