
भारत के नए सोशल मीडिया कानून के आगे झुकीं गूगल और फेसबुक जैसी दिग्गज कंपनियां, अपडेट कर रहीं वेबसाइट
Zee News
नए कानून के जाब्तों को नाफिज करने के संदर्भ में गूगल, फेसबुक और व्हाट्सऐप के अलावा कू, सर्चचैट, टेलीग्राम और लिंक्डइन जैसे महत्वपूर्ण सोशल मीडिया कंपनियों ने हुकूमते हिन्द से ब्योरा साझा किए हैं
नई दिल्लीः भारत के नए सोशल मीडिया कानूनों को अपने यहां लागू करने या न करने को लेकर विदेशी सोशल मीडिया कंपनियों और हुकूमत के बीच चल रही रस्साकशी अब खत्म हो चुकी है. गूगल और फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों ने जहां पहले ही यह कहते हुए अपने हथियार डाल दिए थे कि वह हिन्दुस्तान के इन नियमों का पालन करेंगे, वहीं अब वह इन कानूनों को अपने यहां नाफिज करते हुए दिखाई भी दे रहे हैं. सरकारी जराया के मुताबिक, नए नियमों के प्रावधानों को लागू करने के संदर्भ में गूगल, फेसबुक और व्हाट्सऐप के अलावा कू, सर्चचैट, टेलीग्राम और लिंक्डइन जैसे महत्वपूर्ण सोशल मीडिया मध्यस्थों ने मंत्रालय के साथ ब्योरा साझा किये हैं. नए शिकायत अफसर की नियुक्ति के बारे में जानकारी इन मंचों पर अपडेट की जा रही है. गूगल ने अपडेट किया अपना पता गूगल ने ‘कांटेक्ट अस’ पृष्ठ पर जो ग्रियर का नाम दिया है। उनका पता माउंटेन व्यू अमेरिका का है. इस पेज पर यूट्यूब के लिए शिकायत निपटान व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी गई है. हालांकि गूगल समेत फेसबुक और व्हाट्सऐप ने भी नए आईटी नियमों के तहत जरूरी नियुक्तियों के बारे में ई-मेल के जरिये पूछे गए वसी सवालों के जवाब अभी नहीं दिए हैं.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









