भारत के कोरोना संकट में मदद के लिए अपनी झोली खोलने वाले विदेशों में बसे हिंदुस्तानी
BBC
संकट के इस समय सभी तरफ़ से मदद मिल रही है क्योंकि भारतीय मूल का शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो जो इससे अछूता रह सका हो.
सिंगापुर में स्टार्ट अप कंसल्टेंट का काम करने वाले शौर्य वेलागापुडी आख़िरी बार भारत में तब रहे थे जब वे आठ साल की उम्र के थे. तब उनका परिवार नई ज़िंदगी के लिए भारत छोड़कर अमेरिका चला आया था. लेकिन 32 साल के शौर्य कहते हैं कि वे अपने देश से आज भी बेहद गहराई से जुड़े हुए हैं. इसलिए उन्होंने क़सम ली है कि वे अपनी उम्र भर की बचत भारत में कोरोना महामारी से राहत के लिए चलाए जा रहे कार्यों में दे देंगे. हाल ही में भारत में उनके एक परिवारवाले की मृत्यु हुई है. निजी जीवन में हुए इस नुक़सान से उन्हें भारत में दूसरे ज़रूरतमंद लोगों की मदद करने का विचार मज़बूत हुआ.More Related News