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भारत के 'काल भैरव' Drone ने विदेश में मारी बाजी, ARCA 2025 में मिला सिल्वर मेडल; अब इन देशों में मचाएगा कोहराम!
Zee News
Kaal Bhairav drone ARCA 2025: इस इवेंट में 'काल भैरव E2A2' ड्रोन ने ज़बरदस्त प्रदर्शन किया और सिल्वर मेडल हासिल किया. यह ड्रोन अपने एडवांस स्टील्थ डिजाइन और हाई-लेवल ऑटोनोमी के लिए जाना जाता है.
Kaal Bhairav drone Indian stealth UAV: भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के एक महत्वाकांक्षी ड्रोन प्रोजेक्ट 'काल भैरव E2A2' ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफ़लता हासिल की है. इस ड्रोन ने प्रतिष्ठित ARCA 2025 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है. 'फ्लाइंग वेजेज़' (Flying Wedges) नामक टीम ने इस ड्रोन को डिज़ाइन किया है. यह जीत न सिर्फ़ भारतीय ड्रोन टेक्नोलॉजी की उच्च क्षमता को दर्शाती है, बल्कि यह भविष्य में भारत से ड्रोन निर्यात (Drone Export) का रास्ता भी खोलती है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









