
भारत के इस इलाके में पहली बार फहराया गया तिरंगा, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप
Zee News
लगभग तीन दशकों तक माओवादी नक्सलियों का अभेद्य पनाहगाह रहे झारखंड के बूढ़ा पहाड़ पर पहली बार तिरंगा फहराया गया.
नई दिल्लीः लगभग तीन दशकों तक माओवादी नक्सलियों का अभेद्य पनाहगाह रहे झारखंड के बूढ़ा पहाड़ पर पहली बार तिरंगा फहराया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को यहां तिरंगा फहराने के साथ ही इस पहाड़ और आसपास के 22 गांवों के विकास के लिए 100 करोड़ की विशेष परियोजना 'बूढ़ा पहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट' की लांचिंग की.
सेना ने चलाया था ऑपरेशन झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ को सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की ओर से संयुक्त रूप से चलाए गए 'ऑपरेशन डबल बुल' और 'ऑपरेशन ऑक्टोपस' के तहत नक्सलियों के कब्जे से बीते सितंबर महीने में मुक्त कराया गया था. 55 वर्ग किलोमीटर में फैले और झारखंड के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के जंगलों से घिरे बूढ़ा पहाड़ पर पिछले 32 सालों से नक्सलियों का कब्जा था.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









