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भारत के इतिहास में राजाओं को कब देवतुल्य मानते थे लोग? इस 'स्वर्ण काल' में मिला भगवान का दर्जा
Zee News
इस काल को भारतीय इतिहास का 'स्वर्ण युग' कहा जाता है, जहां कला, विज्ञान, साहित्य और धर्म ने बहुत तरक्की की. इसी समय, राजाओं के इस दैवीय स्वरूप की परिकल्पना को और मजबूत किया गया, जिससे उनकी सत्ता को अधिक मान्यता और स्थिरता मिली.
Ancient indian kings: भारत का इतिहास जितना प्राचीन है, उतनी ही गहरी संस्कृति है. भारतीय संस्कृति व परंपरा से दुनिया वाकिफ है, जिसकी जड़ें हमारे इतिहास में निहित हैं. भारत में एक वक्त ऐसा भी था, जब राजा-रानियों को केवल इंसान ही नहीं, बल्कि भगवान के रूप में पूजा जाता था. आइए ऐसे ही एक काल से रूबरू होते हैं. जहां के बाशिंदों ने अपने राजा-रानी को देवतुल्य माना करते थे.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









