)
भारत की सबमरीन अब हरदम रहेंगी अलर्ट मोड पर; जैसे ही आहट हुई, तुरंत कर देंगी दुश्मन का इलाज!
Zee News
भारतीय नौसेना किसी भी हमले का सामना करने के लिए अपनी रक्षा क्षमता को लगातार बढ़ा रही है. ऐसे में अब नौसेना एक नई योजना बनाई है, जिसमें कोई भी खतरा दिखने पर ये सबमरीन हमला करने के लिए तैयार हो जाएंगी.
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना पिछले कुछ वक्त से अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत करने के लिए तेजी से काम कर रही है. इसी कड़ी में अब इस साल के अंत तक नौसेना अपनी तीसरी परमाणु हथियारों से लैस पनडुब्बी (SSBN) को शामिल करने की योजना बना रही है. उम्मीद की जा रही है कि 2026 तक चौथी पनडुब्बी भी भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो जाएगी. भारत की परमाणु त्रिकोणीय रणनीति का समुद्री हिस्सा अब मैच्योर होने लगा है. इस रणनीति में जमीन, हवा और समुद्र से परमाणु हमले की क्षमता को भी शामिल किया गया है. ऐसे में भारतीय नौसेना और जहाज का निर्माण करने वाली कंपनियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि इन पनडुब्बियों को हमेशा हमला करने के लिए तैयार रखा जाए.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








