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भारत की ये मिसाइल है चीन का 'देसी इलाज', राफेल और मिग से दागी जाए तो शत्रु का विनाश तय!
Zee News
Rafale M and Mig 29k Missile: भारतीय नौसेना ने राफेल M और मिग-29K जेट्स के लिए Astra MK2 मिसाइल को चुना है, जो पाकिस्तान की PL-15 और चीन की PL-17 मिसाइलों का मुकाबला कर सकती है. राफेल M की डिलीवरी जल्द शुरू होगी, और मिग-29K को अपग्रेड किया जाएगा. Astra MK2 मिसाइल को भारत के भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है.
Rafale M and Mig 29k Missile: भारतीय नौसेना निरंतर खुद को मजबूत बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. इसके लिए राफेल मरीन जेट्स और मिग-29K जेट्स के साथ उन मिसाइलों को इंटीग्रेट करने की चर्चा चल रही है, जो दुश्मन का काल बन सकती हैं. ये मिसाइलें पाकिस्तान की PL-15 और चीन की PL-17 मिसाइल से मुकाबला करने की क्षमता रखती हैं. भारत की बढ़ती हुई सैन्य ताकत पाक और चीन के लिए सिरदर्द बनी हुई है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









