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भारत की पहली ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, क्यों कही जाती है पाकिस्तान के लिए 'डेथ फैक्ट्री'?
Zee News
Ordnance Factories Day: भारत की इंडियन ऑर्डिनेंस कंपनी, जिसका वर्ष 2021 में नाम बदलकर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड (OFB) कर दिया गया. जोकि भारत की सबसे भरोसेमंद कंपनियों में से एक है. भारत हर साल 18 मार्च को आयुध निर्माण दिवस मनाता है.
Ordnance Factories Day: भारत हर साल 18 मार्च को आयुध निर्माण दिवस मनाता है. जिसके तहत, देश में अद्यौगिक उद्योगों के निर्माण को प्रोत्साहित किया जाता है. वहीं भारतीय आयुध फैक्ट्रीज की बात की जाय तो, इसने युद्धकाल के दौरान सुरक्षा बलों को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति की, इन्होंने न केवल हथियार बनाए बल्कि देश में ही इस्पात, एल्युमिनियम, तांबा और रसायन उद्योगों की स्थापना की. आज ISRO, DRDO, BDL, BEL, BEML और SAIL जैसी देश की प्रमुख अनुसंधान संगठनों (Research Organizations) के स्थापना में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान है. ऐसे में आइए जानते हैं कि देश में पहला आयुध कारखाना कब लगा? देश की सबसे बड़ी आयुध फैक्ट्री कहां पर है, और भारत आयुध निर्माण में दुनिया में कौन सा स्थान रखता है? : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

बिजली की रफ्तार से फाइटर जेट गिरफ्तार! अरेस्टिंग केबल से होता है यह कमाल; टूट जाए वायर तो क्या होगा?
Fighter jet Arresting Wire: फाइटर जेट को लैंड करने और उड़ान भरने के लिए कम से कम 500 मीटर के रनवे की जरूरत होती है, लेकिन एयरक्राफ्ट कैरियर पर फाइटर जेट 150 से 200 मीटर के रनवे पर लैंड कर जाता है. यह लैंडिंग अरेस्टिंग केबल से होती है, हवा से बात करने वाले फाइटर जेट को एक सेकेंड में जाम कर देता है.

AMCA Mark-2 Engine: भारत को AMCA फाइटर जेट के लिए सैफ्रान एक ऐसा इंजन देगा, जो AMCA मार्क-2 में फिट बैठ जाए. यह एक ऐसा ताकतवर इंजन होगा, जो बिना आफ्टरबर्न सूपरक्रूज उड़ान भरेगा. इस इंजन का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जब भी भारत 6वीं पीढ़ी का फाइटर जेट बनाएगा तो इसी इंजन को अपग्रेड करके इस्तेमाल कर सकता है.

Bharat Ki Udaan 2.0: देश की राजधानी दिल्ली में जी भारत द्वारा आयोजित कार्यक्रम भारत की उड़ान 2.0 में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पंजाब की शिक्षा व्यवस्था व सुधार के किए जा रहे प्रयासों पर मुखर होकर बातचीत की. साथ ही बताया कि कैसे गांव के सहयोग से ड्रग्स माफियाओं पर पंजाब सरकार शिकंजा कस रही है.










