
भारत की टनल से पाक-चीन में 'टेंशन', हमारी 'सुरंग शक्ति' से बढ़ेगी सेना की ताकत
Zee News
चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) की टेंशन बढ़ाने वाली ये टनल यह बताने के लिए भी काफी हैं कि 2014 के बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख में क्या बदला है और कितनी तेजी से विकास हो रहा है.
नई दिल्ली: भारत के टनल वाले प्लान ने पाकिस्तान और चीन की चिंता बढ़ा दी है. केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में भारत सरकार कुल 31 टनल पर काम कर रही है. ये संख्या कितनी ज्यादा है, इसका अन्दाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पाकिस्तान पिछले दो दशकों में भी इतनी टनल अपने देश में नहीं बना पाया है. जम्मू कश्मीर और लद्दाख की सीमा चीन और पाकिस्तान से लगती है और इस लिहाज से ये टनल और भी महत्वपूर्ण हो जाती हैं.
कश्मीर और लद्दाख की सीमा पर जोजिला दर्रे पर जो टनल बन रही है वो भारतीय सेना के काफी काम आने वाली है. लगभग साढ़े 14 किलोमीटर लम्बी इस टनल के बन जाने से भारतीय सेना साल के 365 दिन सड़क के रास्ते श्रीनगर से लद्दाख पहुंच सकेगी. यानी मुश्किल घड़ी में हथियार भेजने हों या फिर सैनिकों को वहां पहुंचाना हो, ये टनल एक सेतु का काम करेगी. इसके अलावा ये टनल कश्मीर और लद्दाख के बीच कारोबार और पर्यटन की गाड़ी को भी नहीं रुकने देगी. हालांकि ये अकेली टनल नहीं है, जिस पर जम्मू कश्मीर और लद्दाख में काम चल रहा है, इस समय इन दोनों केन्द्र शासित प्रदेशों में कुल मिला कर 31 टनल प्रस्तावित हैं. जिनमें से 32 किलोमीटर लम्बी 20 टनल जम्मू कश्मीर में बनाई जा रही हैं और 20 किलोमीटर लम्बी 11 टमल लद्दाख में बनाई जा रही हैं. अगर खर्च की बात करें तो इन सभी पर 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपये खर्च होने वाले हैं.

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