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भारत का पहला ड्रोन किलर सिस्टम, जिसके आते ही आतंकिस्तान की उल्टी गिनती शुरू हुई!
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Bhargavastra Anti Drone System: भारत ने हाल ही में 'भार्गवास्त्र' नामक स्वदेशी एंटी-ड्रोन सिस्टम विकसित किया है, जिसका सफल परीक्षण हुआहै. इसे भारत का 'आयरन डोम' कहा जा रहा है, जो 6-10 किमी रेंज में छोटे ड्रोनों को ट्रैक और नष्ट कर सकता है. S-400 और आकाश मिसाइल सिस्टम की तुलना में यह किफायती है, जो महंगी मिसाइलों की जगह ड्रोनों को कम खर्च में नष्ट कर सकता है.
Bhargavastra Anti Drone System: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल हुए में संघर्ष के दौरान इंडियन आर्मी ने अपनी ताकत दिखाई थी. पाकिस्तान की ओर से भेजे गए जासूसी और फाइटर ड्रोन को टारगेट कर सेना ने अपने हथियारों की ताकत दिखा दी थी. भारत ने विदेशों से आयातित हथियारों के जरिए ड्रोन टारगेट किए थे, लेकिन अब भारत अपना एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार कर चुका है. इस एंटी ड्रोन सिस्टम का नाम 'भार्गवास्त्र' रखा गया है. इसके बारे में विस्तार से जान लेते हैं...

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








