)
भारत करेगा अपना लड़ाकू इंजन खुद तैयार! 'मिशन एरो इंजन' से 110kN पावरप्लांट बनेगा पूरी तरह देसी, खत्म होगी विदेशी निर्भरता
Zee News
Mission Aero Engine: भारत अपने लड़ाकू विमानों के लिए 110kN क्षमता वाले स्वदेशी इंजन बनाने की तैयारी में है, जिससे विदेशी निर्भरता खत्म होगी. मिशन एरो इंजन से भारत को 700 से ज्यादा इंजन बनाने का अवसर मिलेगा और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को नई ताकत मिलेगी.
Mission Aero Engine: भारत अब अपने लड़ाकू विमानों के इंजन खुद बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है. भारतीय रक्षा उद्योग ने सरकार से मिशन एरो इंजन शुरू करने की अपील की है, ताकि देश 110 किलो न्यूटन (kN) पावर वाले हाई-थ्रस्ट इंजन को पूरी तरह देसी से बना सके. यह मिशन भारत को विदेशी निर्भरता से मुक्त कर सकता है और आत्मनिर्भर भारत के रक्षा विजन को नई उड़ान देगा.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









