
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती '2+2' वार्ता की, स्ट्रेटेजिक संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर
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वज़ीरे खारजा एस जयशंकर और वज़ीरे दिफा राजनाथ सिंह ने अपने ऑस्ट्रेलियाई हममंसबों क्रमश: मारिस पायने और पीटर डटन के साथ नई दिल्ली में शुरुआती 'टू-प्लस-टू' वार्ता की.
नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को डिफेंस एंड फोरन मिनिस्ट्री लेवल की 'टू-प्लस-टू' वार्ता की जिसका मकसद जियो पॉलिटिक्स हंगामे के बीच दोनों देशों के बीच मुकम्मल तौर पर डिफेंस और स्ट्रेटेजिक कॉरपोरेशन को आगे बढ़ाना है. The inaugural ‘2+2’ Ministerial level meeting between India and Australia is being held in New Delhi. वज़ीरे खारजा एस जयशंकर और वज़ीरे दिफा राजनाथ सिंह ने अपने ऑस्ट्रेलियाई हममंसबों क्रमश: मारिस पायने और पीटर डटन के साथ नई दिल्ली में शुरुआती ''''टू-प्लस-टू'''' वार्ता की. — रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia)
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









