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भारतीय सेना को मिला नया 'आकाश प्राइम' सुरक्षा कवच, ऊंची चोटियों पर भी दुश्मन का हर वार होगा नाकाम; जानें क्यों है ये इतनी खास
Zee News
Akash prime missile system: भारतीय सेना अपनी हवाई रक्षा क्षमताओं को लगातार मजबूत कर रही है. इसी कड़ी में DRDO के 'आकाश प्राइम' मिसाइल प्रणाली को अब भारतीय सेना में शामिल किया जा रहा है. इस फैसले से खास तौर पर ऊंचाई वाले इलाकों में सेना की हवाई सुरक्षा अभेद्य हो जाएगी.
Indian Army air defence Akash prime missile system: आधुनिक युद्ध में अपनी हवाई सीमा और महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा करना किसी भी सेना के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है. भारत अपनी विशाल और विविधतापूर्ण सीमाओं की रक्षा के लिए लगातार अपनी हवाई रक्षा प्रणालियों को अपग्रेड कर रहा है. इसी दिशा में, DRDO द्वारा विकसित और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा निर्मित 'आकाश प्राइम' मिसाइल प्रणाली को अब भारतीय सेना की 3rd और 4th आकाश सरफेस-टू-एयर मिसाइल (SAM) रेजिमेंट में शामिल किया जाएगा. जिससे भारतीय सेना को दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में भी दुश्मन के हवाई हमलों से निपटने में जबरदस्त मदद मिलेगी.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








