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भारतीय समुद्री सीमा के ये हैं असली पहरेदार, घुसपैठियों की समुद्र में ही बना देते हैं कब्रगाह; जानें पूरा डिटेल
Zee News
भारत की विशाल समुद्री सीमाएं, जो हजारों किलोमीटर तक फैली हैं. सदियों से व्यापार, संस्कृति और सुरक्षा का प्रवेश द्वार रही हैं. इन महत्वपूर्ण जलीय मार्गों की निगरानी और सुरक्षा एक ऐसी विशेष टुकड़ी के हाथों में है, जो अथक परिश्रम और साहस के साथ देश के समुद्री हितों की रक्षा करती है. उनकी मुस्तैदी देश की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है.
indian coast guard: समुद्र की अथाह गहराई में छिपी चुनौतियों और सतह पर मंडराते खतरों से निपटना आसान नहीं होता. मछुआरों की सुरक्षा से लेकर तेल रिसाव जैसी पर्यावरणीय आपदाओं तक, और तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने तक एक विशेष बल दिन-रात सजग रहता है. यह वही बल है जो भारत की समुद्री सीमा को सुरक्षित रखता है. हम बात कर रहे हैं, भारतीय तटरक्षक बल की. आइए जानते हैं इनका गठन कब हुआ और ये कैसे देश की समुद्री सीमा को सुरक्षित रखते हैं.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









