बैंक का लोन नहीं चुकाने पर क्या गारंटर को भरना होता है पूरा पैसा, जानें नियम
ABP News
लोन देते समय कई बार बैंक दूसरे व्यक्ति को गारंटर बनाते हैं. लोन नहीं चुकाने पर बैंक पहले तो उस व्यक्ति को नोटिस भेजकर बकाया राशि चुकाने के लिए कहता है. इसके बाद बैंक गारंटर से संपर्क करता है.
लोग घर या वाहन खरीदने के लिए बैंकों या गैर-वित्तीय संस्थाओं से लोन लेते हैं. लोन देते समय कई बार बैंक दूसरे व्यक्ति को गारंटर भी बनाते हैं. ज्यादातर लोग लोन को समय पर चुका देते हैं. लेकिन कई बार लोग पैसा नहीं चुका पाते. ऐसे मामलों में कुछ लोगों की मजबूरी होती है तो कुछ जानबूझ कर भी डिफॉल्ट करते हैं. व्यक्ति जब अपने लोन का मूलधन और उस पर लगने वाला ब्याज नहीं चुकाता है तो उसको डिफॉल्टर घोषित किया जाता है. डिफॉल्टर घोषित होने पर कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसका असर क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है और भविष्य में लोन लेने में दिक्कत होती है. इसके अलावा लोन लेने के लिए कोई प्रॉपर्टी बैंक में गिरवी रखी है तो उसे जब्त किया जा सकता है और उसकी नीलामी हो सकती है.More Related News