
बुल्ली-सुल्ली नीलामी: निडर औरतें बनाम बेखौफ़ ट्रोल
BBC
सोशल मीडिया पर मुसलमान औरतों की नीलामी के बारे में जानना क्यों ज़रूरी है?
इमेज स्रोत, Saniya Sayyad सानिया सैय्यद को एक साल से ज़्यादा से कुछ ट्विटर अकाउंट यौन हिंसा की धमकियां दे रहे हैं.
'बुल्ली बाई' और 'सुल्ली डील्स' मोबाइल ऐप्स पर नीलामी से कई महीने पहले ही, सानिया सैय्यद के लिए मुसलमान और औरत होने की दोहरी पहचान की वजह से सोशल मीडिया पर सेक्शुअल हैरेसमेंट शुरू हो गया था. ये बदस्तूर एक साल से जारी है.
जनवरी 2022 में 'बुल्ली बाई' और जुलाई 2021 में 'सुल्ली डील्स' नाम से बनाए गए मोबाइल ऐप्स पर सानिया समेत दर्जनों मुसलमान औरतों की सहमति के बिना उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल कर उनकी नीलामी की गई. अब इस मामले की व्यापक निंदा होने के बाद चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
लेकिन सानिया की नीलामी इससे पहले भी हुई थी. उन्होंने बताया, "सुल्ली-बुल्ली तो बाद में हुआ. नवंबर 2020 में कुछ अकाउंट्स थे जो टारगेटिड तरीके से मेरे चेहरे को नंगी तस्वीरों पर मॉर्फ कर ट्विटर पर डालने लगे. मेरे जैसे नाम की मेरी पत्रकार दोस्त की तस्वीर के साथ ट्विटर पर पोल किया और पूछा 'अपने हरम के लिए कौन-सी सानिया पसंद करोगे?' उस पर सौ लोगों ने वोट भी दिए थे. फिर वो डायरेक्ट मेसेज पर ग्रुप्स बनाकर, उनमें हमारे साथ यौन संबंध बनाने, गंदी हरकतें करने पर डिस्कशन करने लगे."
मुंबई में टीवी धारावाहिकों के लिए स्क्रीनप्ले लिखनेवालीं सानिया ट्विटर पर मुखर हैं. वो अपनी राय रखने से झिझकती नहीं और बताती हैं कि उसके लिए दक्षिणपंथी विचारधारा रखनेवाले उन्हें सेक्शुअली हैरेस करते हैं.
