बिहारः भागलपुर और पटना के अस्पताल में ‘गुंडई’, महिला बोली- इलाज के लिए कहती थी तो खींचते थे दुपट्टा
ABP News
गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के एक नर्सिंग होम में मरीज को पैसे की वजह से बाहर निकाल कर फेंक दिया.भागलपुर और पटना में पति का इलाज कराने आई महिला के साथ डॉक्टर और कंपाउंडर ने की बदतमीजी.
पटना/भागलपुरः कोरोनाकाल में हर दिन ऐसे कई मामले सामने आ रहे जिसमें अस्पताल प्रशासन की गुंडागर्दी दिखती है. सोमवार को गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के एक नर्सिंग होम में मरीज को पैसे की वजह से बाहर निकाल कर फेंक दिया तो भागलपुर के ग्लोकल अस्पताल में अपने पति रौशन का इलाज कराने आई महिला रुचि रौशन के साथ इलाज के नाम पर दुपट्टा खींचने जैसी घटिया हरकत की गई. इतना ही नहीं बल्कि रुचि के साथ पटना के राजेश्वर हॉस्पिटल में भी एक डॉक्टर ने बदतमीजी की. पढ़िए महिला की दर्द भरी दास्तां जिसे एबीपी बिहार हूबहू आपके सामने रख रहा. “सर! हमलोग नोएडा में रहते हैं मैं और मेरे हसबैंड. होली में हमलोग बिहार आए थे. पूरी फैमिली का गेट-टूगेदर था. नौ तारीख को मेरे हसबैंड की तबीयत खराब हुई. फीवर हुआ उनको काफी तेज. हमने कोरोना का दो-दो तीन-तीन बार टेस्ट करवाया लेकिन निगेटिव आया. आरटीपीसीआर के लिए भागलपुर में दिया तो एक दिन दो दिन करते-करते दस दिन तक रिपोर्ट नहीं आया. फिर नोएडा के एक डॉक्टर हैं उनसे कंसल्ट किया. उन्होंने बोला कि सिटी चेस्ट करवाना है. हमलोग भागलपुर गए और सिटी चेस्ट करवाए तो उसमें इनका इंफेक्शन आया. 60 परसेंट उनका लंग्स इफेक्टेड था. डैमेज नहीं था. बाकि लंग्स का हर चीज परफेक्ट था. सारा चीज... नाक का गले का सबकुछ नॉर्मल था.”More Related News