बलात्कारी से शादी के लिए कहना अपराधी को विकल्प देने जैसा : NDTV से बोलीं वृंदा करात
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वृंदा करात ने कहा, मुख्य सवाल यह है कि अगर न्यायपालिका में यदि इस तरह की मानसिकता को रेखांकित किया जाता है कि रेपिस्ट को अरेस्ट नहीं किया जाएगा अगर वह पीड़ित से शादी कर ले और ये सुझाव सीजेआई की तरफ से आए तो साफ है कि न्यायिक प्रक्रिया में बहुत गड़बड़ है.
माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात ने रेप से जुड़े दो केसों में सुप्रीम कोर्ट के कमेंट को लेकर प्रधान न्यायाधीश (CJI) एसए बोवड़े को पत्र लिखा है. अपने इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि रेप पीड़ित, रोबोट नहीं हैं जिनकी भावनाओं और सोच का रिमोट कंट्रोल दूसरों के पास है. उन्होंने इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट की ओर से किए गए कमेंट पर सवाल उठाया है. इस मुद्दे पर NDTV से बात करते हुए वृंदा करात ने कहा, मुख्य सवाल यह है कि अगर न्यायपालिका में यदि इस तरह की मानसिकता को रेखांकित किया जाता है कि रेपिस्ट को अरेस्ट नहीं किया जाएगा अगर वह 'पीड़ित' से शादी कर ले और ये सुझाव सीजेआई की तरफ से आए तो साफ है कि न्यायिक प्रक्रिया में बहुत गड़बड़ है. उन्होंने कहा कि यदि न्यायिक प्रक्रिया 'विक्टिम केंद्रित' नहीं है और आप रेपिस्ट को 'च्वाइस' दे रहे है कि रेप तो कर लिया है लेकिन च्वाइस दी जा रही है कि शादी कर लो तो सवाल यह उठता है क्या विक्टिम की कोई फीलिंग नहीं है. यह घोर अन्याय है.More Related News