बप्पी लाहिड़ी: डिस्को संगीत से बीजेपी में शामिल होने तक
BBC
बप्पी लाहिड़ी के पहनावे में जितने रंग होते थे, वैसा ही उनका व्यक्तित्व भी था. एक संगीतकार के तौर पर वह काफ़ी लोकप्रिय हुए लेकिन उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाने की कोशिश की थी.
बप्पी लाहिड़ी का बुधवार को मुंबई के एक अस्पताल में 69 साल की उम्र में निधन हो गया.
उनकी पहचान एक लोकप्रिय गायक और संगीतकार की थी. लहरी को पिछले साल कोविड संक्रमित होने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था. लेकिन उन्हें जल्दी ही डॉक्टरों ने छुट्टी दे दी थी. पिछले साल सितंबर में ख़बरें आईं कि बप्पी लहरी अपनी आवाज़ खो रहे हैं.
हालांकि बाद में उनकी तरफ़ से एक बयान आया और कहा कि यह झूठी ख़बर है. लेकिन बुधवार को आख़िरकार उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. बप्पी लहरी के परिवार में उनकी पत्नी, बेटे बप्पा लाहिड़ी और बेटी रमा लाहिड़ी हैं.
बप्पी लाहिड़ी पिछली रात अपने घर पर ही थे लेकिन सेहत ख़राब होने के बाद उन्हें जुहू के अस्पताल में भर्ती किया गया था. एक महीने से वह अस्पताल में भर्ती थे और सोमवार को ही उन्हें डॉक्टरों ने छुट्टी दी थी.