
बंगाल में कांग्रेस की दो दिग्गज महिला नेताओं ने छोड़ी पार्टी, TMC में हुईं शामिल
Zee News
मगरबी बंगाल में कांग्रेस के भरोसेमंद साथियों का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए इस वक्त एक करारा झटका है. हालांकि इन नेताओं के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चैधरी ने कहा कि यह उनलोगों का जाती फैसला है. इस संबंध में वह कोई तंकीद नहीं करेंगे.
कोलकाताः पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के बाद अब मंगरबी बंगाल में भी कांग्रेस के हालात खराब नजर आ रहे हैं. तीन राज्यों में जहां पार्टी के नेता नेतृत्व संकट और उपेक्षा का रोना रो रहे हैं, वहीं मगरबी बंगाल में कांग्रेस को तीन नेताओं ने जोरदार झटका दिया है. बंगाल कांग्रेस के सदर रहे मरहूम सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा और साबिक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की साली शुभ्रा घोष समेत दीगर नेता कांग्रेस को अलविदा कहकर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए है. इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी भी कांग्रेस छोड़कर टीएमसी का दामन थाम चुके हैं. अब उनकी साली भी टीएमसी में शामिल हो गईं. इस तरह मगरबी बंगाल में कांग्रेस के भरोसेमंद साथियों का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए इस वक्त एक करारा झटका है. हालांकि इन नेताओं के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चैधरी ने कहा कि यह उनलोगों का जाती फैसला है. इस संबंध में वह कोई तंकीद नहीं करेंगे. ममता बनर्जी में पूरे देश का नेतृत्व करने की क्षमता इस मौके पर शिखा मित्रा ने कहा कि टीएमसी आज जिस जगह पर है. इसके पीछे एक ही शख्स है. वह दिन-रात और पूरी जिंदगी देकर लोगों की सेवा कर रही हैं. ममता बनर्जी में पूरे देश का नेतृत्व करने की क्षमता है. शिखा मित्रा ने कहा कि बीजेपी एक सांप्रदायिक पार्टी है. बीजेपी के रहने पर देश का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जिस दिन फोन पर मेरे पति के बारे में जानकारी ली थी. उस समय मैं बहुत ही खुशी हुई थी. 17 अगस्त को सोमेन की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिखा मित्रा को फोन किया था. तभी से शिखा मित्रा के तृणमूल कांग्रेस में लौटने के कयास लगने लगे थे. वहीं, साबिक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की साली शुभ्रा घोष ने कहा वह वर्ष 2024 में ममता को देश के नेता के रूप में देखना चाहते हैं.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








