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पूरी दुनिया में बजता है भारत के इस खिलौने का डंका, जानें क्या है चन्नापटना की दास्तां
Zee News
हम सभी बचपन से चन्नापटना खिलौने से खेलते आए हैं. कई घरों में तो हमने इसकी सजावट भी देखी है. हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि ये खिलौने कहां से आएं और कौन इन्हें भारत लेकर आया. आपको जानकर हैरानी होगी कि इसका कनेक्शन टीपू सुल्तान के साथ है.
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले ही दीनों बजट के दौरान भारत को खिलौने का हब बनाने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत खिलौना उद्योग में एक विशेष योजना लाने की तैयारी की जा रही है. दूसरी ओर पीएम नरेंद्र मोदी भी 'मन की बात' में भारतीय खिलौनों को बढ़ावा देने की बात कह चुके हैं. उन्होंने इस दौरान कर्नाटक के खिलौनों का भी जिक्र किया. हालांकि, क्या आप जानते हैं कर्नाटक के मशहूर चन्नापटना खिलौनों को पूरी दुनिया में एक खास पहचान हासिल हो चुकी है. कम ही लोग है जो चन्नापटना खिलौनों का इतिहास जानते होंगे, चलिए आज इसी मुद्दे पर चर्चा की जाए.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









