पिता के निधन के बाद कम उम्र में की मॉडलिंग और फिर निगेटिव किरदारों की बदौलत परदे पर छा गईं 'मोना डार्लिग'
ABP News
बिंदू (Bindu) जब महज 13 साल की थीं तभी उनके पिता नानूभाई का देहांत हो गया था. ऐसे में घर चलाने की जिम्मेदारी बिंदू पर आ गई थी. बिंदू ने बेहद कम उम्र से ही मॉडलिंग करना शुरू कर दिया था.
'मोना डार्लिंग’ एक ऐसा नाम जिससे आज भी एक्ट्रेस बिंदू को पहचाना जाता है. जी हां, फिल्मों में अपने नेगेटिव रोल्स, ख़ास कर विलेन्स की चहेती बनने वाली बिंदू ने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है. आपको बता कि फिल्म ‘जंजीर’ में बिंदू ने ‘मोना’ नाम की लड़की का नेगेटिव किरदार निभाया था. फिल्म में ‘मोना’ विलेन बने अजीत की बेहद ख़ास दिखाई गई थीं और अजीत के एक डायलॉग ‘मोना डार्लिंग’ के बाद तो जैसे लोग उन्हें उनके असली नाम की जगह ‘मोना डार्लिंग’ नाम से ही जानने लगे थे.More Related News