
पाबंदियां सख्त लेकिन कोविड-19 टीकाकरण मंद, देश के दो तिहाई जिलों में चिंताजनक कमी
ABP News
2 मई और 8 मई के बीच 306 जिले 20 फीसद से ज्यादा पॉजिटिविटी दर दर्ज कर रहे थे. इन जिलों के लिए केंद्र की रणनीति ब्रिटिश मॉडल से मिलती जुलती थी. यानी सख्त रोकथाम उपाय को लागू करना और समानांतर रूप में ट्रांसमिशन का चक्र तोड़ने के लिए टीकाकरण का विस्तार.
1 मई से नए नियम के साथ शुरू हुए टीकाकरण अभियान के बाद सभी जिलों में से करीब दो तिहाई ने टीकाकरण में चिंताजनक कमी दर्ज की है. एक अखबार को मिले जिलेवार आंकड़ों के हवाले से खुलासा हुआ है. गौरतलब है कि इन जिलों में 20 की दर से ज्यादा पॉजिटिविटी दर के मामले सामने आ रहे थे. इससे न सिर्फ राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम की कार्यप्रणाली पर संदेह पैदा होता है बल्कि वैक्सीन की समानता पर भी सवाल खड़े होता है. 2 मई और 8 मई के बीच 306 जिले 20 फीसद से ज्यादा पॉजिटिविटी दर दर्ज कर रहे थे. इन जिलों के लिए केंद्र की रणनीति ब्रिटिश मॉडल से मिलती जुलती थी. यानी सख्त रोकथाम उपाय को लागू करना और समानांतर रूप में ट्रांसमिशन का चक्र तोड़ने के लिए टीकाकरण का विस्तार. लेकिन नए नियम लागू होने के बाद इन 306 जिलों के 67 फीसद टीकाकरण में गिरावट दर्ज कर रहे हैं. हालांकि, इन जिलों में सख्त नियंत्रण लागू किए जा रहे हैं, लेकिन कमजोर आबादी के बीच मृत्यु दर कम करने और ट्रांसमिशन के चेन को तोड़ने के लिए आक्रामक टीकाकरण नहीं पूरा किया जा रहा है. संक्षिप्त में कहा जाए तो, आवागमन पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है. टीकाकरण में स्पष्ट रूप से गिरावट 24 से 30 अप्रैल के मुकाबले 1 मई और 7 मई को दर्ज की गई.More Related News
