पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में चुनाव: क्या-क्या लिख रहे हैं पाकिस्तानी अख़बार? - पाकिस्तान से उर्दू प्रेस रिव्यू
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पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के संविधान के अनुसार, कोई भी राजनेता या राजनीतिक पार्टी को इस बात की इजाज़त नहीं है कि वो पाकिस्तान में मिलने के ख़िलाफ़ कोई बात कह सके.
पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की 53 सीटों वाली विधानसभा के सदस्यों को चुनने के लिए क़रीब 20 लाख मतदाता रविवार 25 जुलाई को वोट डाल रहे हैं. 45 सीटों के लिए सीधे मतदान होते हैं और बाक़ी आठ (जिनमें पाँच सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होती हैं) सीटों पर लोगों को नामांकित किया जाता है. 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय कश्मीर एक आज़ाद रियासत थी और उस पर क़ब्ज़े के लिए दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ था. 1949 में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता के बाद सीज़फ़ायर लागू हुआ लेकिन उस समय दोनों देशों के नियंत्रण में जम्मू-कश्मीर का जो इलाक़ा था वही आज भी है. हालांकि दोनों देश पूरे जम्मू-कश्मीर पर अपनी दावेदारी का दावा करते हैं. पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 257 में कहा गया है कि "जब जम्मू-कश्मीर की जनता पाकिस्तान में मिलने का फ़ैसला करेगी तब जम्मू-कश्मीर राज्य और पाकिस्तान के संबंधों का फ़ैसला राज्य की जनता की इच्छाओं के अनुसार किया जाएगा." लेकिन सच्चाई यह है कि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के सारे फ़ैसले पाकिस्तान की सेना करती है. पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के संविधान के अनुसार, कोई भी राजनेता या राजनीतिक पार्टी को इस बात की इजाज़त नहीं है कि वो पाकिस्तान में मिलने के ख़िलाफ़ कोई बात कह सके.More Related News