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पाकिस्तान के 'माथे पर सिकुड़न'! बैटल टैंकों के लिए DRDO बनाएगा बैलिस्टिक सेंसर सूट, छूने से पहले 'कांप' उठेंगे मिसाइल
Zee News
DRDO Ballistic Sensor Suite: DRDO ने भारतीय टैंकों की सुरक्षा के लिए बैलिस्टिक सेंसर सूट परियोजना शुरू की है, जो दुश्मन की मिसाइल और हमलों को पहचानकर तुरंत जवाब देने में मदद करेगी. यह पहल आत्मनिर्भर भारत के तहत सेना की ताकत और रक्षा उद्योग दोनों को मजबूत करेगी.
DRDO Ballistic Sensor Suite: भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने देश की बख्तरबंद ताकतों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक अहम कदम उठाया है. DRDO ने हाल ही में बैलिस्टिक सेंसर सूट फॉर बैटल टैंक्स नामक नई परियोजना को अपनी टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड (TDF) सूची में शामिल किया है. इस परियोजना के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं, जिन्हें उद्योग साझेदार, MSMEs और इनोवेटर 7 अक्टूबर 2025 तक जमा कर सकते हैं. यह पहल आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








