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पहलगाम आतंकी हमले की TRF ने ली जिम्मेदारी, जानिए लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े इस संगठन की पूरी कहानी!
Zee News
Pahalgham Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हुई है और इसकी जिम्मेदारी TRF ने ली है. TRF, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा आतंकी गुट है. जो जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देता है. यह संगठन सोशल मीडिया पर सक्रिय रहता है और युवाओं की भर्ती करता है.
Pahalgham Terror Attack: जम्मू-कश्मीर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर 2:30 बजे हुए आतंकी हमले में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई. हमले में करीब 12 से अधिक लोग घायल भी हैं. घटना की तमाम तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं. जिनमें बताया जा रहा, पहले आतंकियों ने नाम पूछा, उसके बाद पर्यटकों को गोली मार दी. दी फर्स्टपोस्ट के मुताबिक, इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (The Resistance Front - TRF) नामक आतंकी संगठन ने ली है, जो पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का सहयोगी गुट है. आइए इस आतंकी संगठन का पूरा काला-चिट्ठा जानते हैं. इसका नाम कैसे पड़ा और इसका लश्कर ए तैयबा से क्या कनेक्शन है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









