पशुपति कुमार पारस : बिहार के बाद केंद्रीय राजनीति में भाई की विरासत आगे बढ़ाने की चुनौती
NDTV India
Modi Cabinet Expansion News : पशुपति पारस (Pashupati Kumar Paras) बड़े भाई रामविलास पासवान की तरह बड़े जनाधार वाले नेता तो नहीं रहे हैं, लेकिन उन्होंने मौजूदा राजनीतिक समीकरण को भांपकर सत्ता और सियासत को साधने का बड़ा दांव खेला है. देखना होगा कि लोक जनशक्ति पार्टी के नेता के तौर पर वो पासवान मतदाताओं और बिहार की राजनीति में कैसे अपनी पकड़ मजबूत कर पाते हैं.
अपने बड़े भाई और केंद्रीय मंत्री रहे राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के निधन के बाद लोजपा के बड़े नेता पशुपति कुमार पारस ने अपने भतीजे चिराग पासवान को दरकिनार करते हुए पार्टी में राजनीतिक वर्चस्व पाने का बड़ा दांव खेला है. पारस एलजेपी (LJP) के 6 सांसदों में 5 के बहुमत से पार्टी के लोकसभा में नेता भी बन चुके हैं और एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद भी उनके पास है. हालांकि चिराग का दावा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी का बहुमत उनके पास है और इन बागी सांसदों का अब एलजेपी से कोई लेना-देना नहीं रह गया है.More Related News