पत्रकारों के साथ मारपीट मामले में अखिलेश यादव सहित 20 के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
Zee News
11 मार्च को मुरादाबाद एक होटल में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में पत्रकारों के साथ हुई मारपीट मामले में एफआईआर दर्ज हुई है.
नई दिल्ली: उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में अखिलेश यादव की मौजूदगी में सुरक्षा कर्मियों और पत्रकारों के बीच हुई मारपीट मामले में शनिवार को एफआईआर दर्ज की गई है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित समाजवादी पार्टी के 20 लोगों के खिलाफ पकबारा थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है. इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 342 और 323 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मुरादाबाद में अखिलेश यादव की मौजूदगी में 11 मार्च के एक होटल में उनके सुरक्षाकर्मियों और पत्रकारों के बीच हुई धक्कामुक्की की घटना के मामले में यह एफआईआर दर्ज की गई है. शिकायतकर्ता के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके साथियों द्वारा पत्रकारों के साथ मारपीट की गई थी.Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.
West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़क उठी. इससे राज्य की सियासत गरमा गई है. यह घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है. बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया.
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना में बदलाव हो सकते हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है. इस सर्वे में सामने आने वाले निष्कर्षों को देखते हुए आगे योजना में बदलाव को लेकर सरकार से सिफारिश की जा सकती है. हालांकि अभी इस संबंध में सेना या सरकार की ओर से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.