)
न्यूक्लियर vs डीजल सबमरीन की अंडर वाटर जंग! जानें कौन है समंदर का असली ‘महाबली’? एक वॉर में बर्बाद हो जाएगा शहर
Zee News
Nuclear submarines vs diesel submarines: दुनिया भर की नेवी में न्यूक्लियर सबमरीन की चर्चा सबसे अधिक होती है. क्योंकि समंदर का यह एक ऐसा हथियार है, जो एक वॉर में किसी देश की कमर तोड़ सकता है, लेकिन ऐसे कई देश हैं जो न्यूक्लियर सबमरीन का मुकाबला डीजल सबमरीन से कर रहे हैं. ऐसे में जानिए डीजल बनाम न्यूक्लियर सबमरीन में कौन ज्यादा ताकतवर है.
Nuclear submarines vs diesel submarines: मॉडर्न वॉरफेयर में ड्रोन, हाइपरसोनिक मिसाइल और 5वीं पीढ़ी के फाइटर एयरक्राफ्ट का जमाना चल रहा है. ऐसा कहा जाता है कि जिस देश की एयरफोर्स ताकतवर है, उससे कोई भी देश पंगा नहीं लेना चाहता है. इसके बावजूद भी अगर कोई देश दुनिया की महाशक्ति होने का खम ठोकता है तो उसे जल, थल और वायु तीनों क्षेत्रों में दबदबा बनाना होगा. क्योंकि फुल स्केल वॉर में कोई भी देश तभी टिक सकता है, जब एयरफोर्स के साथ उनकी नेवी भी उतनी ही ताकतवर हो.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








