नेपाल में आधी रात को दोबारा संसद भंग, क्या हो रहा है आख़िर
BBC
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली विश्वास मत जीतने में नाकाम रहे हैं जिसके बाद विपक्ष कह रहा है कि उसके पास ज़रूरी समर्थन है.
नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने संसद भंग कर दी है और इसी साल नवंबर में चुनाव कराने का फ़ैसला किया है. नेपाल की प्रमुख विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस ने राष्ट्रपति के इस फ़ैसले की आलोचना की है और कहा है कि उनका ये क़दम असंवैधानिक है और वो इस फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी. इससे पहले राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा था कि न तो प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली केयरटेकर सरकार और न ही विपक्ष ये साबित कर पाया कि सरकार बनाने के लिए उनके पास बहुमत है. इसी तरह का क़दम राष्ट्रपति की ओर से पिछले साल दिसंबर में भी उठाया गया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक क़रार दिया था.More Related News