नागेंद्रन धर्मालिंगम जिन्हें सिंगापुर में हो सकती है फांसी- पूरा मामला
BBC
नागेंद्रन को इस हफ़्ते फांसी पर चढ़ाया जाना था लेकिन अंतिम समय में उनकी फांसी पर स्टे लग गया. क्या है ये मामला?
शर्मिला धर्मालिंगम किसी चमत्कार की दुआ कर रही हैं. उनके भाई नागेंद्रन धर्मालिंगम को सिंगापुर की चांगी जेल में फांसी पर चढ़ाया जाना है.
शर्मिला बीबीसी से कहती हैं, "जब मैं अकेली होती हूं और अपने भाई के बारे में सोचती हूं तो मुझे बहुत पीड़ा होती है. लेकिन हमें हौसला बरकरार रखना होगा और प्रार्थना करते रहना होगा. कुछ भी हो सकता है."
2009 में तब 21 साल के रहे नागेंद्रन को मलेशिया से सिंगापुर में हेरोइन की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था.
नागेंद्रन को बुधवार सुबह फांसी पर चढ़ाया जाना था लेकिन अंतिम समय में उनकी फांसी पर स्टे लग गया. मंगलवार को उनके कोविड से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और इसी वजह से फांसी टाल दी गई.
मेडिकल विशेषज्ञों ने नागेंद्रन की मानसिक स्थिति को कमज़ोर मानते हुए उनके आईक्यू स्तर को 69 नापा था. इस स्तर के आईक्यू को मानसिक विकलांगता का संकेत माना जाता है. बावजूद इसके मलेशियाई नागरिक नागेंद्रन को फांसी की सज़ा दी गई है.