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नहीं मिलेगी दुश्मन को छिपने की जगह! 10-20 नहीं पूरे 97 नए फाइटर जेट से लैस होगी इंडियन एयरफोर्स
Zee News
IAF News: तेजस Mk1A भारतीय वायुसेना की आधुनिकीकरण रणनीति का एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसका उद्देश्य पुराने हो चुके मिग-21, मिग-23 और मिग-27 बेड़े को बदलना है. 4.5 पीढ़ी के डिजाइन के साथ, Mk1A एक लागत प्रभावी, बहु-भूमिका वाला प्लेटफॉर्म प्रदान करता है जो पाकिस्तान के JF-17 थंडर और चीन के J-10 लड़ाकू विमानों से क्षेत्रीय खतरों का मुकाबला करने में सक्षम है.
Tejas MK1A Light Combat Aircraft: भारत की एक नहीं वैसे तो तीनों सेनाएं हर दिन के साथ मजबूत हो रही है, लेकिन आज का युद्ध आसमान में लड़ा जाता है. इस कारण आसमान पर भारतीय वायुसेना का राज होना बेहद जरूरी है. इसी कड़ी में भारतीय वायु सेना (IAF) अगले साल 97 तेजस Mk1A लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के दूसरे बैच के लिए ऑर्डर देने वाली है, जिसका उत्पादन 2028 की शुरुआत में शुरू होने वाला है और 2032 तक पूरा होने का लक्ष्य है.

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









