धीरेंद्र शास्त्री के भाई शालिग्राम का शादी में कट्टा तानने का वीडियो आया सामने, धमकाने और अभद्रता करने का भी है आरोप
Zee News
बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री के छोटे भाई शालिग्राम गर्ग का एक वीडियो सामने आया है. दलित युवक की बारात लेकर पहुंचे बाराती ने गंभीर आरोप लगाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री के भाई शालिग्राम पर महिलाओं से अभद्रता और गाली गलौज करने का भी आरोप है.
नई दिल्लीः बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री के छोटे भाई शालिग्राम गर्ग का एक वीडियो सामने आया है. दलित युवक की बारात लेकर पहुंचे बाराती ने गंभीर आरोप लगाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री के भाई शालिग्राम पर महिलाओं से अभद्रता और गाली गलौज करने का भी आरोप है. शादी में पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री के भाई, हाथ में तमंचा लेकर किया बवाल
शराब के नशे में कट्टा लहराने का आरोप मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मध्य प्रदेश के छतरपुर के ग्राम गढ़ा में कल्लू अहिरवार की बेटी सीता के घर बारात में शालिग्राम गर्ग ने अभद्रता की. साथ ही शराब के नशे में कट्टा लहराया और अभद्रता की. एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह धीरेंद्र शास्त्री के भाई का है. — Zee News (@ZeeNews)
एनडीए में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर दोबारा विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस पर नए तरीके से विमर्श की बात की. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन और यूसीसी पर भी अपना पक्ष रखा है.
Foreign Guest List Invited to PM Modi Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. हालांकि, पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पार कर पाई है, लेकिन एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े को जरूर पार कर गया है. लिहाजा नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश की कमान संभालने जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे सोमवार को स्वीकार कर लिए. इन तीनों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. तीन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए जाने के बाद 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में अब 59 सदस्य रह गए हैं क्योंकि कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों को पहले ही दल बदल कानून के तहत अयोग्य ठहरा दिया गया था. अब 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद संख्या 59 हो गई है.