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दुबई एयरशो में DRDO का रौला! अस्त्र-Mk1 मिसाइल ने रूसी R-77 को पछाड़ा; दुनिया भर के Su-30, MiG-29 में फूंकेगी जान
Zee News
DRDO Astra Mk1 missile: अस्त्र Mk1 मिसाइल को DRDO ने पूरी तरह से भारत में विकसित किया है और यह 70 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तक हवाई लक्ष्य को नष्ट करने में सक्षम है. यह मिसाइल पहले ही भारतीय वायुसेना के साथ पूरी तरह से ऑपरेशनल है और Su-30MKI जैसे रूसी जेट पर सफलतापूर्वक इंटीग्रेट की जा चुकी है.
DRDO Astra Mk1 missile export: दुबई एयर शो-2025 में दुनिया भर के हथियारों, लड़ाकू विमानों व अन्य जंगी उपकरणों का जमावड़ा लगा हुआ है. जहां सबसे एडवांस हथियारों को बेचने की होड़ मची हुई है. इसी कड़ी में भारत की DRDO सहित देसी कंपनियों ने बड़ा दांव चला है. दरअसल, भारत ने अपने स्वदेशी 'अस्त्र Mk1' BVR एयर-टू-एयर मिसाइल को वैश्विक बाजार में आक्रामक तरीके से पेश करना शुरू कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत उन सभी देशों को अस्त्र मिसाइल बेचने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो फिलहाल रूसी फाइटर जेट जैसे Su-30 MKI, MiG-29 चलाते हैं और जिन्हें रूस की R-77 मिसाइल के विकल्प की तलाश है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









