दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने दिया इस्तीफा, जानिए पूरा मामला
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दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस्तीफा दे दिया है. उनके अलावा सत्येंद्र जैन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है.
नई दिल्लीः दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस्तीफा दे दिया है. उनके अलावा सत्येंद्र जैन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है. मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन दोनों अलग-अलग मामलों में आरोपी हैं. Delhi ministers Manish Sisodia, Satyendar Jain resign from their posts
CBI की हिरासत में हैं मनीष सिसोदिया दिल्ली शराब नीति केस में मनीष सिसोदिया को हाल ही में सीबीआई ने कस्टडी में लिया है और सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें तगड़ा झटका लगा है. केजरीवाल के बाद आम आदमी पार्टी में मनीष सिसोदिया ही सबसे बड़े नेता है. मनीष सिसोदिया के पास दिल्ली सरकार के कुल 33 में से 18 विभाग थे. सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि उनका काम कौन संभालेगा. केजरीवाल के एक और मंत्री सत्येंद्र जैन पहले से जेल में हैं. जैन के पास स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और जल संसाधन जैसे मंत्रालय थे, जिन्हें सिसोदिया को सौंप दिया गया था. सिसोदिया के पास शिक्षा, लोक निर्माण, वित्त, आबकारी जैसे सबसे अहम विभाग थे. Read Story |
एनडीए में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर दोबारा विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस पर नए तरीके से विमर्श की बात की. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन और यूसीसी पर भी अपना पक्ष रखा है.
Foreign Guest List Invited to PM Modi Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. हालांकि, पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पार कर पाई है, लेकिन एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े को जरूर पार कर गया है. लिहाजा नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश की कमान संभालने जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे सोमवार को स्वीकार कर लिए. इन तीनों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. तीन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए जाने के बाद 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में अब 59 सदस्य रह गए हैं क्योंकि कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों को पहले ही दल बदल कानून के तहत अयोग्य ठहरा दिया गया था. अब 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद संख्या 59 हो गई है.