दानिश सिद्दीक़ी की हत्या के पहले और उसके बाद क्या हुआ था?
BBC
रायटर्स के लिए काम करने वाले भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीक़ी की 16 जुलाई को हुई मौत की पूरी सच्चाई क्या है. तालिबान ने उनके साथ क्या किया था.
अफ़ग़ानिस्तान में हाल ही में भारतीय फ़ोटो-पत्रकार दानिश सिद्दीक़ी की हत्या से उनके परिवार, दोस्त और दुनिया भर की पत्रकार बिरादरी सकते में है. लगातार सवाल उठ रहे हैं कि 16 जुलाई को किन परिस्थितियों में उनकी हत्या हुई. दानिश सिद्दीक़ी की मौत से पहले और बाद क्या हुआ, यही समझने के लिए बीबीसी ने काबुल, कंधार और स्पिन बोल्डक में अधिकारियों, पत्रकारों और स्थानीय लोगों से बात की. इनमें से कई लोगों ने सुरक्षा कारणों से अपने नाम नहीं लिखने को कहा. स्पिन बोल्डक पाकिस्तान से सटा एक छोटा-सा शहर है. तालिबान और सरकारी सेना के बीच लड़ाई पर अफ़गान सेना के साथ रिपोर्टिंग के लिए स्पिन बोल्डक जाने से पहले दानिश कंधार गवर्नर के दफ़्तर में थे. सुरक्षा कारणों से दानिश, कंधार के गवर्नर और दूसरे लोगों से कहा गया था कि वो दफ़्तर के भीतर ही रहें. कंधार गवर्नर के प्रवक्ता बहीर अहमदी ने पुलिट्ज़र विजेता दानिश सिद्दीक़ी से साथ उस दफ़्तर में तीन दिन गुज़ारे.More Related News