तेलंगाना विधानसभा चुनाव क्यों बीजेपी के लिए है खास, जानिए कैसे 5 साल में पार्टी ने बढ़ाई अपनी ताकत
Zee News
साल 2018 में सिर्फ एक विधानसभा सीट जीतने से लेकर 2023 में सत्तारूढ़ बीआरएस की प्रमुख प्रतिद्वंदी बनने तक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तेलंगाना में अपने राजनीतिक भाग्य में नाटकीय बदलाव देखा है.
हैदराबादः साल 2018 में सिर्फ एक विधानसभा सीट जीतने से लेकर 2023 में सत्तारूढ़ बीआरएस की प्रमुख प्रतिद्वंदी बनने तक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तेलंगाना में अपने राजनीतिक भाग्य में नाटकीय बदलाव देखा है. कुछ साल पहले तक कुछ शहरी इलाकों तक सीमित भाजपा आज आश्वस्त है कि कर्नाटक के बाद तेलंगाना दक्षिण भारत में उसका दूसरा प्रवेश द्वार बन जाएगा.
2019 में बीजेपी ने जीती 4 लोकसभा सीट 2019 में चार लोकसभा सीटें जीतने के बाद बीजेपी ने आगे बढ़ना जारी रखा और दो विधानसभा उपचुनाव जीतकर और ग्रेटर हैदराबाद के नगरपालिका चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन कर अपनी स्थिति और मजबूत की. निर्धारित समय से कुछ महीने पहले हुए 2018 के विधानसभा चुनावों में टीआरएस ने 88 सीटें जीतकर राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखी थी. बीजेपी सिर्फ एक सीट जीत सकी थी. वह केवल नौ निर्वाचन क्षेत्रों में दूसरे स्थान पर रही और अधिकांश सीटों पर इसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी.