तालिबान ने 29 महिलाओं और उनके परिवारों को हिरासत में लिया, अमेरिकी दूत का दावा
Zee News
वरिष्ठ राजनयिक रीना अमीरी की रिपोर्ट ने अफगानिस्तान में 'अन्यायपूर्ण नजरबंदी' की संख्या के बारे में चिंता जताई है. इससे पहले शुक्रवार को तालिबान ने दो विदेशियों सहित पत्रकारों के एक समूह को रिहा कर दिया था, क्योंकि उनकी नजरबंदी की खबर के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हंगामा हुआ था.
वाशिंगटन: तालिबान ने काबुल में 29 महिलाओं और उनके परिवारों को हिरासत में लिया गया है. अफगान महिलाओं, लड़कियों और मानवाधिकारों के लिए अमेरिका की विशेष दूत रीना अमीरी ने कहा कि शुक्रवार को जब्त किए गए 40 लोगों में महिलाएं भी शामिल हैं. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "ये अन्यायपूर्ण नजरबंदी बंद होनी चाहिए."
'अन्यायपूर्ण नजरबंदी' की संख्या के बारे में चिंता वरिष्ठ राजनयिक रीना अमीरी की रिपोर्ट ने अफगानिस्तान में 'अन्यायपूर्ण नजरबंदी' की संख्या के बारे में चिंता जताई है. इससे पहले शुक्रवार को तालिबान ने दो विदेशियों सहित पत्रकारों के एक समूह को रिहा कर दिया था, क्योंकि उनकी नजरबंदी की खबर के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हंगामा हुआ था. वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव सहित बढ़ते राजनयिक दबाव के बीच गायब हुए एक कार्यकर्ता को भी मुक्त कर दिया गया है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश ‘अकेला भी खड़ा’ रहेगा. नेतन्याहू का यह बयान, बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें कहा गया है कि अमेरिका, इजराइल को दक्षिणी गाजा शहर रफह पर हमले के लिए हथियार मुहैया नहीं करेगा.