
तालिबान ने दी बड़ी चेतावनी, किसी पेशवर और अफगानिस्तानी को नहीं जाने दिया जाएगा बाहर
Zee News
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अब अफगानिस्तान के डॉक्टरों और शिक्षाविदों को यह देश नहीं छोड़ना चाहिए, उन्हें अपने विशेषज्ञ क्षेत्रों में काम करना चाहिए.
नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से सभी विदेशी अफगानिस्तान छोड़कर भाग रहे हैं. सभी देश अपने शहरियों को वहां से निकाल रहे हैं. लोगों में तालिबान का खौफ देखा जा रहा है. इसी कारण लोग अफगानिस्तान को छोड़ रहे हैं. इस बीच तालिबान ने बड़ा बयान दिया और कहा है कि अब किसी भी अफगानी को देश नहीं छोड़ने दिया जाएगा. तालिबान ने कहा है कि वह अफगान नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट की यात्रा करने से रोकेंगे, ताकि कोई अफगानी निकासी (इवैकुएशन) विमानों पर सवार होकर विदेश न चला जाए. "विषेशज्ञों के जाने से हो रहा है नुकसान" मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अब अफगानिस्तान के डॉक्टरों और शिक्षाविदों को यह देश नहीं छोड़ना चाहिए, उन्हें अपने विशेषज्ञ क्षेत्रों में काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इनके जाने से देश को नुकसान होगा और अब ऐसा होने नहीं दिया जाएगा. तालिबान ने आगे कहा कि यहां के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. अब हालात सामान्य हो रहे हैं. हम लोगों को लगातार समझा रहे हैं कि डरने की जरूरत नहीं है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









