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ड्रोन का खेल खत्म! इंडिया ने ब्रिटेन से 468 मिलियन डॉलर में मंगवाई 'लेजर' मिसाइल; बॉर्डर पर दुश्मनों का काम-तमाम
Zee News
LMM missile deal: मई 2025 में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, दुश्मन के ड्रोन और छोटे विमानों ने भारतीय सीमा पर जासूसी करने और हमला करने की कई कोशिशें की थीं. ऐसे में, छोटे और तेज उड़ने वाले ड्रोनों से निपटने के लिए LMM मिसाइल बेहद कारगर साबित होंगे.
LMM missile deal: भारतीय सेना ने अपनी हवाई सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. सेना ने ब्रिटेन की कंपनी थेल्स यूके के साथ 468 मिलियन डॉलर (करीब 3,900 करोड़ रुपये) का एक बड़ा सौदा किया है. यह डील एक खास तरह की मिसाइल, लाइटवेट मॉड्युलर मिसाइल (LMM) खरीदने के लिए की गई है. इस मिसाइल का मेन काम दुश्मन के ड्रोन, यहां तक कि छोटे स्टील्थ ड्रोन, लड़ाकू ड्रोन और हेलीकॉप्टरों को हवा में ही ढेर करना है.

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









