
डेडलाइन से 20 घंटे पहले ही Afghanistan से निकल भागा अमेरिका, जानें USA की विदाई की पूरी कहानी
Zee News
अमेरिका डेडलाइन से करीब 20 घंटे पहले ही अफगानिस्तान (Afghanistan) छोड़कर भाग गया. इसके साथ ही काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद तमाम भारी हथियार तालिबान के हाथ लग गए हैं.
नई दिल्ली: अमेरिका सोमवार आधी रात को अफगानिस्तान (Afghanistan) छोड़कर भाग गया. इसके साथ ही काबुल एयरपोर्ट पर भी पूरी तरह से तालिबान (Taliban) का कब्ज़ा हो गया और दुनिया आतंकवाद के नए युग में प्रवेश कर गई. यानी अब तालिबान 2.O के नाम पर दुनिया को जेहाद 2.O देखना पड़ेगा. तालिबानियों के पास इस समय अमेरिका के सवा 6 लाख करोड़ रुपये के हथियार हैं. ये रकम भारत के रक्षा बजट से लगभग दोगुनी है . इनमें 75 हज़ार गाड़ियां, 200 से ज्यादा हवाई जहाज़, helicopters, 6 लाख से ज्यादा आधुनिक बंदूकें और राइफल्स हैं. तालिबान के पास इस जितने Black Hawk helicopters हैं. उतने दुनिया के 85 प्रतिशत देशों के पास भी नहीं हैं.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









