
जो बाइडन ने इस 'ग्लोबल समिट' के लिए दुनिया के 40 नेताओं को दिया न्योता, PM मोदी भी हैं शामिल
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जो बाइडन (Joe Niden) पृथ्वी दिवस पर 22 अप्रैल से विश्व के नेताओं के दो दिवसीय जलवायु शिखर सम्मेलन (Climate Change Summit) की मेजबानी करेंगे, जिसमें वह साल 2030 तक कार्बन उत्सर्जन कम करने के अमेरिकी लक्ष्य की रूपरेखा पेश करेंगे.
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) समेत विश्व के 40 नेताओं को जलवायु परिवर्तन (Climate Change) से निपटने को लेकर वार्ता के मकसद से आयोजित होने वाली पॉलिटिकल समिट के लिए आमंत्रित किया है. इस शिखर सम्मेलन के आयोजन का मकसद जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने के आर्थिक लाभ एवं महत्व को रेखांकित करना है. बाइडन पृथ्वी दिवस पर 22 अप्रैल से विश्व के नेताओं के दो दिवसीय जलवायु शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे, जिसमें वह साल 2030 तक कार्बन उत्सर्जन कम करने के अमेरिकी लक्ष्य की रूपरेखा पेश करेंगे, जिसे ऐतिहासिक पेरिस समझौते (Paris Accord) के तहत राष्ट्रीय निर्धारित योगदान के रूप में जाना जाता है. व्हाइट हाउस के मुताबिक नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) को लेकर ये आयोजन मील का पत्थर साबित होगा.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









