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जैव-सुरक्षा पर भारत की 'महापंचायत', दिल्ली में जुटेंगे 80 से ज्यादा देश! BWC में जैविक हथियारों से बचाव का पेश होगा मॉडल
Zee News
India Biological Weapons Convention: भारत द्वारा आयोजित यह वैश्विक जैव सुरक्षा सम्मेलन न सिर्फ BWC की ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाएगा, बल्कि जैविक खतरों के सामने विकासशील देशों की सुरक्षा के लिए मॉडल बनाने में भी बड़ा नेतृत्व प्रदान करेगा.
India Biological Weapons Convention: दुनिया भर में किसी भी हथियार से खतरा है, तो वह जैविक हथियार ही हैं. जिनका समाधान ढूंढना बेहद जोखिम भरा और समय लेने वाला होता है. इन्हीं बातों का ध्यान रखते हुए, भारत अगले हफ्ते जैविक हथियार संधि (Biological Weapons Convention - BWC) की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक बड़ा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है. इस सम्मेलन में 'ग्लोबल साउथ' यानी विकासशील देशों के 80 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









