
जिल हिज्जा का देखा गया चांद, 21 जुलाई को पढ़ी जाएगी ईद-उल-अजहा की नमाज
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इमारत शरैया के काजी मौलना मोहम्मद अंजार आलम कासमी ने कहा 11 जुलाई बरोज इतवार को जिल हिज्जा का चांद देखा गया है, लिहाजा ईद-उल-अजहा की नमाज 10वीं तारीख बुध यानी 21 जुलाई को पढ़ी जाएगी.
पटनाः बिहार के फुलवारी शरीफ में वाके बिहार-झारखंड और ओडिशा के दारुलकजा इमारत शरैया ने इतवार को जिल हिज्जा का चांद देखे जाने का ऐलान किया है. इमारत शरैया के काजी मौलना मोहम्मद अंजार आलम कासमी ने कहा कि इमरात शरैया के मुखतलिफ शाखों के अलावा मुल्क के दीगर हिस्सों में भी 11 जुलाई बरोज इतवार को जिल हिज्जा का चांद देखा गया है, लिहाजा ईद-उल-अजहा की नमाज 10वीं तारीख बुध यानी 21 जुलाई को पढ़ी जाएगी. लखनऊ में मरकजी चाँद कमेटी के सदर और काजी ए शहर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने भी चांद देखे जाने की तस्दीक की है. इसी दिन पाकिस्तान और बंगलादेश में भी ईद-उल-अजहा की नमाज पढ़ी जाएगी. Zee Salaam Live Tv
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

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Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

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